आज उत्तर प्रदेश के विधानसभा के मानसून सत्र के तीसरे दिन कांग्रेस विधानमंडल दल की नेता में आराधना मिश्रा मोना ने जनता से जुड़े महत्वपूर्ण मुद्दों पर सवाल उठाए, जिसमें प्रमुख रूप से नजूल संपत्ति प्रबंधन विधेयक 2024 में जनहित में संशोधन करने और घरेलू कूड़ा निस्तारण में सुधार का मुद्दा उठाया और इसे धरातल पर लागू करने की बात कही।
आराधना मिश्रा मोना ने आज प्रदेश की भाजपा सरकार द्वारा लाए गए नजूल संपत्ति विधेयक 2024 को जनविरोधी करार दिया है और भाजपा सरकार द्वारा जनता के दिए जनादेश की संख्या का तानाशाही दुरुपयोग बताया है आराधना मिश्रा मोना ने कहा की सरकार इस कानून में संशोधन करें यह कानून गरीबों के घरों को उजाड़ने का कानून है, और जीवन भर की गाढ़ी कमाई से बनाये आशियाने को उजाड़ने वाला है, प्रदेश के लाखों लोगों को बेघर करने वाला है, इस कानून का व्यापक स्तर पर दुरुपयोग होगा।
आराधना मिश्रा मोना ने कहा कि सरकार ने कानून में यह स्पष्ट नहीं किया कि यदि नजूल की भूमि पर सरकारी कार्यालय बने हुए हैं, सरकारी अस्पताल बनें हैं तो उसके लिए इस कानून से छूट दी जायेगी और गरीब आदमी के घर को इस कानून से उजाड़ दिया जायेगा यह भेदभाव कैसे, संविधान समान अधिकार कानून के समान रूप से लागू करने की बात करता है, जिन लोगों ने अपने नजूल जमीन को फ्री होल्ड करा लिया है, या जो लोग पैसा जमा कर चुके और अभी फ्री होल्ड नहीं हो पाया उनके लिए विधेयक में सरकार ने स्पष्ट नहीं किया, इस कानून को संशोधन लाने और प्रदेश के करोड़ों लोगों के हित में परिवर्तन कर सुधार करने की जरूरत है, भाजपा सरकार विधानसभा के अंदर अपनी संख्या के बल पर इस तानाशाही विधेयक को लाकर जनता के जनादेश का दुरुपयोग कर रही है।
कांग्रेस विधानमंडल दल नेता आराधना मिश्रा मोना ने जनहित से जुड़े बहुत महत्वपूर्ण मुद्दे घरेलू कूड़ा निस्तारण में अव्यवस्था और भाजपा सरकार के द्वारा की जा रही लापरवाही के मुद्दे को उठाया और भाजपा सरकार की नाकामी से पर्यावरण के नुकसान की बात कही , श्रीमती आराधना मिश्रा मोना ने एक शेर पढ़कर सरकार की जनता और पर्यावरण के प्रति उदासीनता आइना दिखाते हुए कहा कि “खूबसूरती किधर-किधर ढूंढू,हर तरफ तो सुंदरता दिखाई देती है “।
नेता विधानमंडल दल ने कहा कि कूड़ा निस्तारण आज के समय का बहुत महत्त्वपूर्ण विषय है, सरकार द्वारा निस्तारण संबंधी संयंत्र की बातें हवा हवाई हैं, आज कूड़ा निस्तारण के में लापरवाही से प्रदूषण दिन पर दिन बढ़ता जा रहा है, सरकार की तरफ से कूड़ा निस्तारण में बातें तो हो रही है, कूड़ा संयंत्रों की संख्या गिनाई जा रही लेकिन पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने वाले तमाम पदार्थ हैं जिनके रिसाइकल में लापरवाही हो रही है।
आराधना मिश्रा मोना ने कहा की प्रदेश की सरकार की लापरवाही से सैकड़ों लोग बीमार हो रहे हैं, सरकार इस पर सिर्फ बातें न करे इस पर गंभीरता से काम करने की जरूरत है।
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