प्रेरणा दिवस में महिलाओं को आत्मनिर्भर और आर्थिक उन्नति को किया प्रेरित
मऊ ब्यूरो
मधुबन। फतेहपुर मंडाव ब्लॉक सभागार में मंगलवार को आयोजित प्रेरणा दिवस के अवसर पर एनआरएलएम से जुड़ी महिलाओं को सशक्तिकरण और वित्तीय समावेश के लिए कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर जानकारी दी गई। इस कार्यक्रम का उद्देश्य ग्रामीण महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने और उनकी आर्थिक उन्नति के लिए प्रेरित करना था। कार्यक्रम में बैंक सखियों और समूह सखियों को विशेष रूप से प्रशिक्षित किया गया। ताकि वह अपने समुदायों में वित्तीय सेवाओं को बढ़ावा दे सकें। ब्लॉक मिशन मैनेजर रिंकू कुमार और अखिलेश चंद्र श्यामल ने इस अवसर पर उपस्थित महिलाओं को स्वयं सहायता समूहों की कार्यप्रणाली, बचत की आदतें, और ऋण प्रबंधन के बारे में विस्तार से बताया।
उन्होंने बताया कि बैंक सखी के रूप में महिलाएं ग्रामीण क्षेत्रों में बैंकिंग सुविधाओं को लोगों के दरवाजे तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती हैं। इसके तहत, वह खातों में राशि जमा करने, निकालने और अन्य वित्तीय लेनदेन को आसान बनाने में मदद करती हैं। रिंकू कुमार ने यह भी जोर दिया कि समूह सखियां अपने समूहों को संगठित और सशक्त बनाने के लिए नेतृत्व क्षमता विकसित करें। इसके अतिरिक्त, कार्यक्रम में महिलाओं को सरकारी योजनाओं, जैसे दीनदयाल अंत्योदय योजना और राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (एनआरएलएम) के लाभों के बारे में बताया गया। इन योजनाओं के माध्यम से स्वयं सहायता समूहों को ऋण और प्रशिक्षण की सुविधा मिलती है, जो उनके उद्यमिता विकास में सहायक है। प्रेरणा दिवस ने महिलाओं में आत्मविश्वास जगाने और उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त बनाने का एक प्रभावी मंच प्रदान किया। वही सरकार की विकसित भारत 2047 की परिकल्पना को साकार करने को लेकर भी जोर दिया।