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प्रत्येक छात्र-छात्रा के खाते में धनराशि अन्तरित करने की प्रणाली प्रदेश में लागू की गयी

     उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बाबा साहब डॉ0 भीमराव आम्बेडकर जी ने कहा था कि पढ़-लिख कर ही हम स्वावलम्बन के साथ अपना जीवन व्यतीत कर देश व समाज के लिए कुछ कर सकते हैं। विद्यार्थियों को पढ़ाई-लिखाई के लिए प्रत्येक स्तर पर मेहनत करनी चाहिए। बाबा साहब ने सीमित संसाधनों के बावजूद उच्च शिक्षा अर्जित की। वर्तमान में संसाधनों की कमी नहीं है, बल्कि हमें अपने स्तर पर थोड़ा सा प्रयास करने की आवश्यकता है।
मुख्यमंत्री आज यहां दशमोत्तर एवं पूर्वदशम् छात्रवृत्ति कार्यक्रम के अन्तर्गत 10,28,205 छात्र-छात्राओं के खातों में 297.95 करोड़ रुपये की छात्रवृत्ति डी0बी0टी0 के माध्यम से हस्तांतरित करने के पश्चात आयोजित कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने छात्र-छात्राओं को छात्रवृत्ति स्वीकृति प्रमाण-पत्र प्रदान किये। कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री जी ने छात्र-छात्राओं से संवाद किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विद्यार्थियों को सरकार की योजनाओं के साथ जुड़ना होगा। संस्थानों में अपनी उपस्थिति दर्ज करानी होगी। पुस्तकालय जाने की आदत डालनी पड़ेगी। पाठ्यक्रम पर फोकस करना पड़ेगा। आपके मन में इनोवेशन और सीखने की जिज्ञासा होनी चाहिए। ऐसा कर आप समाज में बड़ी भूमिका का निर्वहन करने योग्य बन सकते हैं। युवाओं में असीम ऊर्जा व प्रतिभा है। इस ऊर्जा और प्रतिभा का लाभ वह स्वयं के साथ-साथ अपने परिवार, समाज व देश को उपलब्ध करा सकते हैं। यही स्कॉलरशिप प्रदान करने का उद्देश्य है। विगत साढ़े 08 वर्षों में 04 करोड़ 27 लाख से अधिक छात्र-छात्राओं को स्कॉलरशिप की सुविधा का लाभ प्रदान किया गया।
दीपावली पर्व से ठीक पूर्व आज 10 लाख 28 हजार 205 से अधिक छात्र-छात्राओं को लगभग 300 करोड़ रुपये की छात्रवृत्ति का लाभ डी0बी0टी0 के माध्यम से प्रदान किया जा रहा है। विजयादशमी पर्व से ठीक पूर्व भी बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं को स्कॉलरशिप प्रदान की गयी थी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में भ्रष्टाचार पर प्रभावी प्रहार करते हुए टेक्नोलॉजी का उपयोग कर डी0बी0टी0 के माध्यम से प्रत्येक छात्र-छात्रा के खाते में धनराशि अन्तरित करने की प्रणाली प्रदेश में लागू की गयी। विद्यार्थियों को वर्ष के अन्त में स्कॉलरशिप प्रदान करने के स्थान पर वर्ष में दो बार अक्टूबर व जनवरी महीने में छात्रवृत्ति उपलब्ध कराने की व्यवस्था की गयी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2016-17 तक प्रदेश के 46 लाख विद्यार्थी स्कॉलरशिप का लाभ प्राप्त कर पाते थे। वर्तमान में 62 लाख से अधिक छात्र-छात्राएं केन्द्र व प्रदेश सरकार की छात्रवृत्ति योजना से लाभान्वित होकर अपने उज्ज्वल भविष्य की ओर बढ़ रहे हैं। आज का समारोह डबल इंजन सरकार द्वारा छात्र-छात्राओं को प्रोत्साहित करने हेतु उठाये जा रहे कदमों की एक कड़ी है। आज अनुसूचित जाति/जनजाति के 03 लाख 56 हजार से अधिक छात्र-छात्राओं को 114.92 करोड़ रुपये तथा सामान्य वर्ग के 97 हजार से अधिक छात्र-छात्राओं को 29.18 करोड़ रुपये की धनराशि से लाभान्वित कराया जा रहा है। अन्य पिछड़ा वर्ग के 4.83 लाख से अधिक विद्यार्थियों को 126.69 करोड़ रुपये तथा अल्पसंख्यक वर्ग के 90,758 छात्र-छात्राओं को 27.16 करोड़ रुपये की धनराशि से लाभान्वित कराया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि गत वर्ष छात्रवृत्ति पोर्टल में कुछ कमियां होने, संस्थानों की ओर से लापरवाही अथवा विलम्ब से प्रवेश होने के कारण कई स्थानों पर अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति के विद्यार्थी स्कॉलरशिप से वंचित रह गये थे। प्रदेश सरकार ने इन छात्रों को स्कॉलरशिप की व्यवस्था से जोड़ने के लिए पोर्टल ऑन कराया है। जैसे ही पोर्टल में सभी विद्यार्थियों की इन्ट्री हो जाएगी, समारोह के माध्यम से इन विद्यार्थियों को भी स्कॉलरशिप प्रदान की जाएगी।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश सरकार का संकल्प है कि राज्य के किसी भी छात्र-छात्रा, खास तौर पर अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति तथा अन्य पिछड़े वर्ग के विद्यार्थियों के साथ किसी भी प्रकार का भेदभाव बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इसके लिए प्रदेश सरकार प्रत्येक स्तर पर समीक्षा करते हुए छात्रवृत्ति हेतु पर्याप्त धनराशि उपलब्ध कराती है। प्रत्येक पात्र व्यक्ति को केन्द्र व राज्य सरकार की योजनाओं का लाभ उपलब्ध कराने के लिए सरकार द्वारा अनेक कदम उठाये गये हैं। बी0ओ0सी0 बोर्ड में पंजीकृत श्रमिकों के बच्चों की बेहतर शिक्षा के लिए अत्याधुनिक अवसंरचना से युक्त अटल आवासीय विद्यालयों का निर्माण किया गया है। इन बच्चों को खाने, रहने व शिक्षा की व्यवस्था निःशुल्क उपलब्ध करायी जाती है। प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में श्रमिकों के श्रम के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करने के लिए प्रदेश के 18 मण्डलों में 18 अटल आवासीय विद्यालय संचालित हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में आश्रम पद्धति विद्यालयों के माध्यम से अनुसूचित जाति के बच्चों को बेहतरीन शिक्षा के साथ रहने व खाने की व्यवस्था एक छत के नीचे प्रदान की जा रही है। गरीब बालिकाओं को लॉजिंग, फूडिंग के साथ इण्टरमीडिएट तक की निःशुल्क शिक्षा कस्तूरबा गांधी विद्यालयों में दी जा रही है। प्रदेश के युवाओं को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कराने के लिए प्रत्येक जनपद में अभ्युदय कोचिंग का बेहतरीन मंच उपलब्ध कराया गया है। प्रतियोगी परीक्षाओं के परिणामों में अभ्युदय कोचिंग से जुड़े छात्र-छात्राओं की बड़ी संख्या दिखाई देती है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश में समाज के विभिन्न वर्गों के कल्याण के लिए प्रदेश सरकार द्वारा अनेक कार्यक्रम चलाए गए हैं। प्रदेश के 01 करोड़ से अधिक परिवारों को 12 हजार रुपये वार्षिक पेंशन की सुविधा से जोड़ा जा रहा है। इसमें निराश्रित महिला, वृद्धावस्था तथा दिव्यांगजन पेंशन आदि की सुविधा सम्मिलित हैं। इन लोगों के खाते में डी0बी0टी0 के माध्यम से प्रत्येक तीसरे माह पेंशन की धनराशि उपलब्ध कराई जाती है। मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के माध्यम से प्रत्येक बेटी के विवाह हेतु 01 लाख रुपये की धनराशि प्रदान की जाती है। इस योजना के अन्तर्गत 04 लाख से अधिक बेटियों का विवाह समारोहपूर्वक सम्पन्न कराया जा चुका है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व व मार्गदर्शन में देश के 25 करोड़ लोग गरीबी रेखा से उबरकर सामान्य जीवन यापन कर रहे हैं। प्रदेश में 06 करोड़ लोगों को गरीबी रेखा से उबारा गया है। ऐसे ही प्रयासों से समाज आगे बढ़ेगा। जब सामूहिक प्रयास के साथ शासन की योजनाओं का लाभ जरूरतमंदों तक पहुंचाया जाएगा, तो विकसित भारत और विकसित उत्तर प्रदेश का संकल्प पूर्ण होने में देर नहीं लगेगी।
कार्यक्रम के दौरान छात्रवृत्ति वितरण पर आधारित एक लघु फिल्म प्रदर्शित की गई।
समाज कल्याण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) असीम अरुण, समाज कल्याण राज्यमंत्री संजीव गोंड तथा अल्पसंख्यक कल्याण राज्य मंत्री दानिश आजाद अंसारी ने कार्यक्रम को सम्बोधित किया।
इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव समाज कल्याण एल0 वेंकटेश्वर लू, प्रमुख सचिव पिछड़ा वर्ग कल्याण सुभाष चन्द शर्मा, प्रमुख सचिव अल्पसंख्यक कल्याण श्रीमती संयुक्ता समद्दार सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

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