मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने गुरुवार को चीन के प्रधानमंत्री ली कियांग से मुलाकात की। उन्होंने चीनी प्रधानमंत्री ने अपने देश में पर्यटकों की संख्या बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा की। बुधवार को मुइज्जू ने चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ उच्च स्तरीय बैठक की। इस दौरान दोनों नेताओं ने 20 समझौतों पर हस्ताक्षर किया। बता दें कि मुइज्जू चीन के पांच दिवसीय दौरे पर हैं, जो शुक्रवार को खत्म होने वाला है।
मालदीव के विकास को लेकर जिनपिंग के साथ चर्चा
अपनी इस यात्रा के दौरान मुइज्जू ने चीनी समकक्ष से ई-कॉमर्स में सहयोग बढ़ाने, राजधानी माले के विकास, एयरपोर्ट के विस्तार और अन्य परियोजनाओं पर भी चर्चा की। उन्होंने मालदीव से चीन तक सीधी विमान और पर्यटकों की संख्या बढ़ाने के मामलों पर भी बातचीत की।
चीन समर्थक मालदीव के राष्ट्रपति मुइज्जू इन दिनों भारत के साथ विवादों में उलझे हुए हैं। दरअसल मुइज्जू सरकार के तीन मंत्रियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणियां की थी, जिसके बाद से भी भारत में मालदीव को बॉयकॉट करने का चलन शुरू हो गया। हालांकि, इस विवाद के बाद मुइज्जू सरकार ने उन तीनों मंत्रियों को निलंबित कर दिया।
चीन और मालदीव के संबंध पर हुई बात
शांघाई इंस्टीट्यूट फॉर इंटरनेशनल स्टडीज के एक शोधार्थी झाओ गैनचेंग ने कहा, ‘जमीन और जनसंख्या के मामले में मालदीव बहुत छोटा देश है, लेकिन इसका सामरिक महत्व बहुत अधिक है।’ उन्होंने आगे कहा, ‘हिंद महासागर हमसे बहुत दूर है, लेकिन हमारे देश की आर्थिक व्यवस्था, ऊर्जा सुरक्षा और बीआरआई के लिए भी बहुत महत्वपूर्ण है।’
चीन में आगमन के बाद से ही मुइज्जू लगातार मालदीव में पर्यटकों की संख्या बढ़ाने की दिशा में बात कर रहे हैं। मुइज्जू से मुलाकात के बाद चीन के प्रधानमंत्री ली कियांग ने कहा, ‘चीन और मालदीव का संबंध संप्रभु समानता, सम्मान और ऐतिहासिक संबंधों पर आधारित है।’ मुइज्जू ने मालदीव और चीन के रिश्तों को नई ऊंचाईओं तक ले जाने की उम्मीद जताई है। उन्होंने जिनपिंग की वैश्विक विकास पहल और वैश्विक सुरक्षा पहल का भी समर्थन किया।
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