आज प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय पर अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी अनुसूचित जाति/जनजाति विभाग कांग्रेस के चेयरमैन राजेन्द्र पाल गौतम ने पत्रकार बन्धुओं को सम्बोधित किया। प्रेस वार्ता में उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी अनुसूचित जाति विभाग कांग्रेस के प्रदेश चेयरमैन तनुज पुनिया सांसद, उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के निवर्तमान प्रदेश उपाध्यक्ष दिनेश कुमार सिंह, मीडिया विभाग के चेयरमैन डॉ0 सीपी राय पूर्व मंत्री, पूर्व मंत्री राज बहादुर सिंह एवं डॉ0 मसूद अहमद, मीडिया विभाग के वाइस चेयरमैन मनीष श्रीवास्तव हिंदवी, प्रो0 आर.बी. बौद्ध, प्रदेश प्रवक्ता पुनीत पाठक, मुख्य रूप से मौजूद रहे।
प्रेसवार्ता को सम्बोधित करते हुए अखिल भारतीय कंाग्रेस कमेटी अनुसूचित जाति/जनजाति विभाग कंाग्रेस के चेयरमैन राजेन्द्र पाल गौतम ने कहा कि भाजपा दलितों और गरीबों की दुश्मन बन गई है। उत्तर प्रदेश में भाजपा की सत्ता आने के बाद न सिर्फ दलितों का उत्पीड़न और उनके खिलाफ अपराध बढ़े हैं बल्कि उन्हें सामाजिक रूप से हाशिए पर ढकेलने का काम भी किया गया है। उनके मान-सम्मान और अस्मिता को कुचलने का एवं उनके हर प्रतीक का जो उनके स्वाभिमान से जुड़ा है उसे क्षत विक्षत करने का काम किया जा रहा है। असल में यह लोग अपनी खीझ मिटा रहे हैं। यह इस बात से परेशान हैं कि हजारों साल से इनके गुलाम रहे दलित क्यों अपना हक मांग रहे, क्यों पढ़ लिख कर इनकी बराबरी में बैठना चाह रहे हैं। भाजपा सरकार के यह मनुवादी लोग दलितों की प्रगति को बर्दाश्त नहीं कर पा रहे हैं। 2027 में प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद दलितों को मिलेगा इन अत्याचारों से निरकारण।
राजेन्द्र गौतम ने कहा कि एक तरफ एनसीआरबी 2023 की रिपोर्ट के अनुसार उ0प्र0 दलितों के प्रति अपराध में एक नंबर पर था और प्रदेश में दलितों के खिलाफ अपराध घटने के बजाए बढ़ गए हैं। दुर्भाग्य यह है कि केन्द्र सरकार ने उसके बाद एनसीआरबी के आंकडे़ ही नहीं जारी किए। सवाल गंभीर है कि भाजपा के शासनकाल में ऐसे दौर में जब आएदिन दलितों पर जुल्म की इंतेहाँ हो रही है उन पर पेशाब करने जैसी विकृत घटनाएं हो रही हैं, ऐसे दौर में भाजपा सरकार दलितों का मान-सम्मान, स्वाभिमान एवं उनकी सुरक्षा तो नहीं करपा रही हाँ आंकड़ों को छुपाकर सच पर पर्दा डलाने की कोशिश जरूर कर रही है।
दलितों के खिलाफ अपराध के 51656 केस भारत में वर्ष 2022 में दर्ज किए गए थे जिसमें सबसे ज्यादा मुकदमे 12287 (23.78) प्रतिशत उत्तर प्रदेश में दर्ज किए गए थे।
राजेन्द्र गौतम ने कहा कि भारत में समानता बन्धुत्व स्थापित करने वाले संविधान रचायिता बाबा साहब डॉ0 भीमराव अम्बेड़कर की प्रतिमाएं पिछले सालों में जगह-जगह तोड़ी जा रही हैं। मानसिक रूप से विकृत लोग जो सोच से मनुवादी हैं जिन्हे समानता पसंद नहीं है ऐसे लोग बाबा साहब की प्रतिमाओं पर कालिख लगाते हैं उन्हें क्षत विक्षत करते हैं और योगी सरकार तमाशा देखती है। अगर हाल फिलहाल की घटनाओं पर नजर डाले तो अभी 30 जून 2025 को जनपद सुलतानपुर में आराजक तत्वों द्वारा डॉ0 भीमराव अम्बेडकर जी की प्रतिमा को छठवीं बार क्षतिग्रस्त किया गया। दिनांक 25 जून 2025 को जनपद बरेली में दो जगहों पर बाबा साहब डॉ0 भीमराव अम्बेडकर जी की प्रतिमा तोड़ी गई। बरेली में पिछले 2 वर्षों में डॉ0 अम्बेडकर की प्रतिमाओं को तोड़ा और क्षतिग्रस्त किया गया है। दिनांक 30 जून 2025 को जनपद बस्ती में डॉ0 भीमराव अम्बेडकर जी की प्रतिमा को आराजक तत्वों द्वारा खंडित किया गया है। दिनांक 24 अपै्रल 2025 को जनपद जालौन में डॉ0 भीमराव अम्बेडकर जी की प्रतिमा तोड़ी गई है।
गौतम ने कहा कि यह सिर्फ एक बानगी है योगी शासनकाल के पिछले आठ वर्षों में पूरे प्रदेश में सैकड़ों जगहों पर बाबा साहब डॉ0 भीमराव अम्बेडकर जी की प्रतिमाएं लगातार तोड़ी जा रही हैं।
राजेन्द्र पाल गौतम ने कहा कि वो सामाजिक अपराध जो लगभग-लगभग खत्म हो गए थे वह आज पुनः फिर योगी सरकार में दिखाई देने लगे हैं। 21वीं शताब्दी में भी उ0प्र0 में दलितों को घोड़ी चढ़ने से रोका जा रहा है उनकी बारात को दबंग अपने मोहल्लों से निकलने नहीं देना चाहते मारपीट की जाती है, उन्हें बेइज्जत किया जाता है। सिर्फ इसलिए कि समाज के कुछ लोगों की कुंठित मानसिकता उन्हें अपने को समाज के बहुजन आबादी से श्रेष्ठ बताती है। इन घटनाओं में तेज वृद्धि हुई है। पिछले कुछ महीनों में ही कई घटनाएं घट चुकी हैं जैसे दिनांक 22 जून 2025 को एटा जनपद के एक गांव में दलित की बारात को ठाकुरों ने अपनी गली से निकलने को लेकर बारातियों एवं पुलिस से मारपीट एवं पथराव किया। दिनांक 03 जून 2025 को अमरोहा जिले के रहदरा गांव में दलित बारात पर हमला किया गया। दिनांक 16 अपै्रल 2025 जनपद आगरा में दलित की बारात में डीजे को लेकर हुए विवाद में दबंगों ने बारात पर हमला कर दिया और बारातियों की पिटाई की। दिनांक 06 मार्च 2025 को सहारनपुर जिले में दबंगों द्वारा दलित दूल्हे को न सिर्फ घुडचढ़ी करने से रोका बल्कि मारपीट कर बारात का रास्ता बंद कर दिया।
राजेन्द्र पाल गौतम ने कहा कि इन अत्याचारों के साथ तो दलित जी भी लेता मगर योगी सरकार ने जो सबसे बड़ा जुल्म किया वो है निशुल्क शिक्षा के केन्द्रों का बंद करना। पिछले कुछ वर्षों में 50 हजार से ज्यादा सरकारी विद्यालय बंद किए गए और आगे भी सरकार की मंशा इन्हें और ज्यादा बंद करने की है।
गौतम ने कहा कि कांग्रेस की सरकार में सब शिक्षित हो इस पुनीत मंशा के साथ न सिर्फ निशुल्क शिक्षा की व्यवस्था कराई बल्कि थोड़ी-थोड़ी दूर पर सरकारी विद्यालय खुलवाए जिससे सबसे ज्यादा फायदा दलित लड़कियों को मिला।
राजेन्द्र पाल गौतम ने योगी सरकार से पूछते हुए कहा कि ऐसा क्या हुआ कि दलित निशाने पर आ गए हैं? आखिर ऐसा क्या हुआ कि संविधान में बदलाव की बात होने लगी? ऐसा क्या हुआ कि आरक्षण को खत्म करने की बात की जाने लगी? ऐसा क्या हुआ कि दलितों के हकों उनकी अस्तिमा उनके सम्मान को पूरी तरह से खत्म करने का प्रयास किया जाने लगा?
राजेन्द्र पाल गौतम ने कहा कि उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार को इन सवालों के जवाब देने पड़ेंगे उन्हें बताना पडेंगा कि क्यों जातीय कुंण्ठा से ग्रस्त दबंग और मनुवादी लोग क्यों इस सामाजिक न्याय की लड़ाई को समाप्त कर देना चाह रहे है और प्रदेश की योगी सरकार उन्हें ऐसा करने दे रही है?