
नई दिल्ली: भारत की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो (IndiGo Airlines) का फ्लाइट कैंसिलेशन संकट अब पांचवें दिन में प्रवेश कर गया है। नए फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिट (FDTL) नियमों के कारण पायलट और क्रू मेंटेनेंस की कमी से देशभर में हजारों फ्लाइट्स रद्द हो चुकी हैं, जिससे लाखों यात्री फंस गए हैं। कल (5 दिसंबर) 1,000 से ज्यादा फ्लाइट्स रद्द हुईं, जबकि आज (6 दिसंबर) 400 से अधिक फ्लाइट्स कैंसल की गईं। सरकारी हस्तक्षेप के बावजूद हवाई यात्रा का बुरा हाल है, और अन्य एयरलाइंस टिकटों के दाम आसमान छू रहे हैं।
इंडिगो फ्लाइट कैंसिलेशन का बैकग्राउंड: कैसे शुरू हुआ यह संकट?
इंडिगो का यह संकट सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर लागू नए FDTL नियमों से जुड़ा है। ये नियम पायलटों और क्रू मेंबर्स के काम के घंटों, रेस्ट पीरियड और ड्यूटी शेड्यूल को नियंत्रित करते हैं, ताकि हवाई सुरक्षा सुनिश्चित हो। लेकिन इंडिगो जैसी बड़ी एयरलाइन ने क्रू रोस्टरिंग (शेड्यूलिंग) में कमी छोड़ दी, जिससे पायलटों की कमी हो गई। यह समस्या नवंबर 2025 के अंत से शुरू हुई, लेकिन 2 दिसंबर से बड़े पैमाने पर फ्लाइट्स रद्द होने लगीं। डायरेक्टरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (DGCA) ने नियमों में अस्थायी छूट दी, लेकिन फिर भी क्रू शॉर्टेज बरकरार रहा।
नतीजा? देश के प्रमुख एयरपोर्ट्स पर अव्यवस्था, लंबी कतारें और यात्रियों का गुस्सा
5 दिसंबर को इंडिगो ने पूरे भारत में 1,000 से अधिक फ्लाइट्स कैंसल कीं, जो हवाई यात्रा को बुरी तरह प्रभावित करने वाली घटना थी। न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, यह संख्या इतनी बड़ी थी कि पूरे एयर ट्रैफिक सिस्टम पर असर पड़ा। दिल्ली, मुंबई और बेंगलुरु जैसे हब एयरपोर्ट्स पर सैकड़ों यात्री फंस गए।
- दिल्ली एयरपोर्ट: 200+ फ्लाइट्स प्रभावित।
- मुंबई: 150+ कैंसिलेशन।
- कुल मिलाकर, इस दिन लाखों यात्रियों को वैकल्पिक व्यवस्था करनी पड़ी, जिससे ट्रेन और टैक्सी बुकिंग में उछाल आया।
आज कितनी फ्लाइट्स रद्द हुईं? (6 दिसंबर 2025)
आज का दिन भी बेहतर नहीं रहा। इंडिगो ने चार प्रमुख एयरपोर्ट्स से 400 से अधिक फ्लाइट्स कैंसल कीं। हिंदू अखबार के अनुसार, यह संख्या शनिवार को चार बड़े हब्स (दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु, हैदराबाद) से जुड़ी है। एयरपोर्ट सोर्सेज के मुताबिक:
| एयरपोर्ट | रद्द फ्लाइट्स की संख्या |
| बेंगलुरु | 124 |
| मुंबई | 109 |
| नई दिल्ली | 86 |
| हैदराबाद | 66 |
| पुणे | 40 |
| अहमदाबाद | 19 (7 आगमन + 12 प्रस्थान) |
रॉयटर्स की रिपोर्ट में कहा गया है कि बेंगलुरु में 124 फ्लाइट्स रद्द होने से सैकड़ों यात्री फंस गए। एनडीटीवी के लाइव अपडेट्स के अनुसार, आज सुबह 9:19 बजे तक सैकड़ों घरेलू फ्लाइट्स प्रभावित हुईं। इंडिगो फ्लाइट कैंसिलेशन के मुख्य कारण: क्रू शॉर्टेज और नियमों का उल्लंघनसंकट का मूल कारण क्रू और पायलटों की कमी है। नए FDTL नियमों के तहत पायलटों को अधिक रेस्ट मिलना जरूरी है, लेकिन इंडिगो की रोस्टरिंग सिस्टम फेल हो गई। इकोनॉमिक टाइम्स के अनुसार, कंपनी ने अस्थायी छूट के बावजूद शेड्यूल मैनेज नहीं कर पाई। अन्य कारण:
- कोर्ट मंडेटेड नियम: सुप्रीम कोर्ट ने सुरक्षा के लिए सख्त FDTL लागू किया।
- ऑपरेशनल चैलेंज: तेजी से बढ़ती फ्लीट लेकिन क्रू हायरिंग में देरी।
- मौसमी फैक्टर: विंटर फॉग ने समस्या को और बढ़ाया, हालांकि मुख्य वजह क्रू है।
कौन जिम्मेदार? इंडिगो, DGCA या सरकार?
इस संकट की जिम्मेदारी बहुस्तरीय है:
- इंडिगो एयरलाइंस: मुख्य दोषी। कंपनी ने क्रू मैनेजमेंट में लापरवाही बरती। सीईओ पीटर एल्बर्स ने वीडियो में माफी मांगी, लेकिन यात्री नाराज हैं।
- DGCA और नागरिक उड्डयन मंत्रालय (MoCA): नियम तो सही हैं, लेकिन समय पर छूट और निगरानी की कमी। हिंदुस्तान टाइम्स के अनुसार, केंद्र ने 7 दिसंबर शाम 8 बजे तक रिफंड पूरा करने का आदेश दिया।
- अन्य एयरलाइंस: संकट में फायदा उठाकर टिकटों के दाम 5-6 हजार से 40-50 हजार तक बढ़ा दिए। टाइम्स ऑफ इंडिया ने इसे ‘आपदा में अवसर’ बताया।
आम नागरिक परेशान: नौकरी, शादी और मानसिक तनाव का संकट
सोशल मीडिया पर X (पूर्व ट्विटर) पर यात्रियों की चीखें गूंज रही हैं। एक यात्री ने वीडियो शेयर किया जिसमें फ्रेंच महिला और ग्राउंड स्टाफ की बहस दिख रही है। एक अन्य वीडियो में व्यक्ति रोते हुए कह रहा है कि फ्लाइट कैंसिल होने से नौकरी जा सकती है।
- आर्थिक नुकसान: पटना से दिल्ली आने वालों ने 40-40 हजार का टैक्सी किराया दिया।
- भावनात्मक आघात: देहरादून में एक यात्री ने कहा, “बस आने से 5 मिनट पहले कैंसिलेशन की सूचना मिली, महत्वपूर्ण दिन बर्बाद हो गया।”
- वायरल स्टोरीज: एक दंपति ने कैंसल फ्लाइट के कारण ऑनलाइन रिसेप्शन किया। जम्मू एयरपोर्ट सूना पड़ा।
यात्रियों का आरोप है कि रिफंड PNR क्रेडिट शेल में हो रहा, जबकि DGCA गाइडलाइंस के तहत मूल पेमेंट मोड पर होना चाहिए।
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