उत्तर प्रदेश की योगी सरकार का आज दूसरे कार्यकाल का पहला मंत्रिमंडल विस्तार था जिसमें चार मंत्रियों ने शपथ लिया, ओमप्रकाश राजभर दारा सिंह चौहान और आरएलडी विधायक अनिल कुमार और बीजेपी विधायक सुनील कुमार शर्मा, लंबे समय से इंतजार कर रहे राजभर और दारा सिंह चौहान ने आज मंत्री पद की शपथ ले लिया,, दारा सिंह चौहान 2017 की योगी सरकार में पहले भी मंत्री थे, मंत्री रहने के बाद 2022 के विधान सभा चुनाव से पहले दारा सिंह चौहान सपा में शामिल हो गए

दारा सिंह चौहान ने सपा से ही घोसी विधान सभा सीट से चुनाव लडा और जीत दर्ज करी,, दारा सिंह चौहान सपा में ज्यादा दिन नही रुके और वह दोबारा भाजपा में घर वापसी कर लिया, बीजेपी ने दारा सिंह चौहान को दोबारा घोसी से उप चुनाव में टिकट दिया लेकिन दारा दोबारा चुनाव हार गए, इसके बावजूद भी बीजेपी ने दारा को एमएलसी बनाया, घोसी विधानसभा चुनाव हारने के बाद दारा सिंह चौहान ने लंबे समय तक इंतजार किया और आज मंगलवार को दारा को सपा छोड़कर बीजेपी में शामिल होने का फल दिया और दोबारा मंत्री बनाया गया है
वहीं राजनीतिक जानकारों का कहना है कि भले ही दारा सिंह चौहान घोसी में हुए उपचुनाव में हार गए थे लेकिन पूर्वांचल समेत उत्तर प्रदेश के कई अन्य जनपदों में चौहान जातियों की अच्छी खासी संख्या है जिसमे दारा सिंह चौहान की मजबूत पकड़ है इसके अलावा दारा सिंह चौहान की पिछड़ी जातियों में अच्छी पकड़ है ऐसे में योगी सरकार मंत्रिमंडल विस्तार के दौरान उनकाे मंत्रिमंडल में जगह देने के बाद भारतीय जनता पार्टी को आगामी लोकसभा चुनाव में ओबीसी वोटरों को अपने पक्ष में साधने में आसानी होगी और इसका सीधा फायदा बीजेपी को मिलेगा भारतीय जनता पार्टी का 2024 लोकसभा चुनाव में ओबीसी वोटो पर खास फोकस है जिसको लेकर मध्य प्रदेश के कम मोहन यादव को वहां का मुख्यमंत्री बनाया गया उसके बावजूद उनके उत्तर प्रदेश में कई दौर कराए जा रहे हैं उत्तर प्रदेश में ओबीसी वोटरों में बीजेपी सिंह लगाने के प्रयास करने का काम कर रही है
ऐसे में भारतीय जनता पार्टी ओबीसी वोटरों को अपने पक्ष में करने का पूरा प्रयास कर रही है। यही कारण है कि आजमगढ़ से दिनेश लाल यादव निरहुआ को चुनाव मैदान में उतर गया और आजमगढ़ लोकसभा में दिनेश लाल की जीत हुई,
यही कारण है की बीजेपी ओबीसी मतदाताओं को अपनी तरफ किस तरह से लाया जा सके उसके लिए भारतीय जनता पार्टी अन्य ओबीसी नेताओं को भी तवज्जो दे रही है। इसी का नतीजा है कि दारा सिंह चौहान को कैबिनेट में जगह दी गई.